Friday, 26 April 2019

Consumer court के निर्देश पर, Bata India कंपनी को देने पड़े 9003/- रुपये /-


Chandigarhक्या कोई तीन रुपये के लिए किसी से लड़ाई करेंगे या फिर Consumer Court तक चले जायेंगे, ज्यादातर लोग नहीं जाते है | चंडीगढ़ के दिनेश प्रसाद रतोड़ि ऐसे लोगो में से नहीं है | उन्होंने तीन रुपये के लिए Consumer Court  में केस दर्ज किया और बदले में उनको मिले 4003 रूपये |

कुछ ही दिन पुरानी न्यूज़ में हमे ऐसा पता चला है कि दिनेश प्रसाद रतोड़ि एक BATA के शोरूम से, Chandigarh में जुटे के शॉपिंग कर रहे थे | Shoes उन्होंने खरीद लिए, जब shoes को बिल बना तो 3 रुपये अलग से एक पेपर बैग के जोड़े गए | उस पेपर बैग पर Bata का Logo भी बना हुआ था | दिनेश प्रसाद ने सरल सा एक सवाल किया शोरूम वालो से की मैं carry bag के लिए 3 रुपये क्यों भुगतान कर रहा हूँ, आज तक किसी शोरूम ने पेपर बैग और carry bag के पैसे नहीं लिए, तो आप क्यों ले रहे है, खासतौर पर ऐसा बैग जिसपर BATA की ही ब्रांडिंग है | आप Consumer के पैसे से ही आप अपनी branding क्यों कर रहे है | जब शोरूम ने वह तीन रुपये वापस करने से मना कर दिया, तो दिनेश प्रसाद ने वह मामला वही ख़तम होने नहीं दिया | उन्होने Consumer court मे complaint file की | 

Consumer court मामले की सुनवाई के बाद BATA  को निर्देश दिया कि वह 3 रुपये तो उनको वापस करे ही, साथ ही साथ सेवाओं मे कमी होने के कारण हुई उपभोक्ता को मानसिक व्यथा के लिए 3,000 रुपये मुआवजे के रूप मे और 1000 रुपये कानूनी लगत के लिए अदा करे | 

इतना ही नहीं Consumer Court ने Bata को यह भी आदेश दिया कि वह 5,000 रुपये Legal Aid Of State Consumers Disputes Redressal Commission मे जमा करे | 

इस केस से हम आपको यह बताना चाहते है कि आपके आस पास ऐसे कई Unfair Trade Practice (अनुचित व्यापार अभ्यास) होते है, पर हम आम लोग ऐसे अभ्यास को नजरअंदाज कर देते है | लेकिन आपका नजरअंदाज करना इस तरह के अभ्यास को बढ़ावा देना होता है | 

अगर आप भी किसी कंपनी की किसी भी प्रकार की सेवाओं से संतुष्ट नहीं है तो आप जवाब मांग सकते है और जवाब न मिलने पर आप भी आवाज उठा सकते है | आप अपनी उपभोक्ता शिकायत को ऑनलाइन Voxya Consumer forum मे दर्ज करके उचित समाधान प्राप्त कर सकते है |   

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