Friday, 31 August 2018

MakeMyTrip के खिलाफ शिकयतों का हुआ निपटारा, जानिए कैसे (Travel Complaints Against MakeMyTrip Resolved At Voxya Consumer Complaint Forum)

consumer complaint resolved against MakeMyTrip
जैसे की आप जानते है में आपको हर तरह की उपभोक्ता समस्यो और उससे भर निकलने के तरीके समय समय पर बताती रही हूँ | जैसे की आप यह भी जानते है की मेरे अधिकतर ब्लॉग पोस्ट Voxya ऑनलाइन कंस्यूमर फोरम (online consumer forum)से रिलेटेड होते है क्योकि में उसकी की चर्चा आपके सामने करती हूँ जिसकी मदद से आप अपनी उपभोक्ता शिकयतों (consumer complaints) का जल्द से जल्द संधान पा सके |


आज में आप ट्रेवल शिकयतों (Travel Complaints) के विषय में बताने जा रही हूँ | आप लोगो को घूमना तो प्रसंद ही होंगे और आप लोग कही न कही घुमते भी रहते होंगे और अपनी यात्रा को काफी सुखद बनाने लिए आप सारी तैयारी पहले से भी करते होंगे | अगर ऐसा है तो कम्मेंट जरूर करे आखिर क्या क्या तैयारी आप लोग करते है | 


तैयारियों से में मतलब था टिकट को पहले से बुक कर लेना, चाहे वह कैब का हो, बस का हो, ट्रैन का हो या फिर हवाई जहाज का और अगर आप कही और कही बहार जा रहे है तो होटल रूम भी बुक करते होंगे कभी कभी और यही सबसे अच्छा तरीका भी है अपनी यात्रा का सुखद बनाने का |


लेकिन सोचिये क्या होता है आपके साथ जब :
  • आप अपनी यात्रा की योजना को बीच में रोकना पड़ता है और आपको बुकिंग के पैसे वापस मिलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है |
  • आपने अपनी योजना अच्छे से बनायीं हो और जब आप किसी थर्ड पार्टी या फिर किसी एजेंट सेवाओं में कमी की वजह से आपकी यात्रा पूरी नहीं हो ये हो |
  • अपने होटल रूम जो पहले से बुक किया था अपने लिए वो अचानक से कैंसिल कर दिया गया हो |


और बहुत सारी चीजी हो सकती है जो आपकी होने वाली सुखद यात्रा को आपकी यात्रा शिकायतों (Travel complaints) में बदल सकती है |

क्या करे अगर आपके पास यात्रा शिकयतें हो तो :

सबसे पहले कस्टमर केयर सर्विस (customer care service) पे बात करे और कस्टमर केयर प्रतिनिधि (customer care representative) के सामने अपनी बात को और समस्या को रखे और आपकी बातो को सुनेगे और आपकी शिकयतों (complaints) को दूर करने में आपकी सहायता भी करेंगे |


अगर उपभोक्ता शिकयतों (consumer complaints) का जवाब ट्रेवल कंपनी (Travel Company) से न मिलते तो क्या करे |

अगर आपकी उपभोक्ता शिकायतों (consumer complaints) को न सुना जाये तो भी आपको धैर्य बनाये रखना होंगे और अपनी उपभोक्ता शिकयतों (Consumer Complaints) का निपटारा करने के लिए उचित ऑनलाइन कंस्यूमर कंप्लेंट फोरम (Online Consumer Complaint Forum) को चूंकि अपनी शिकायत को दर्ज करे |


कई उपभोक्ता शिकायते ट्रेवल कंपनी के खिलाफ Voxya ऑनलाइन कंस्यूमर फोरम (online consumer forum) में हुई और उनकी समस्या का हल भी निकला |

MakeMyTrip कंपनी का नाम तो सुना ही होंगे, उनके खिलाफ भी शिकयतें Voxya ऑनलाइन कंस्यूमर फोरम (online consumer forum) पर उपभोक्ताओं ने दर्ज की थी लेकिन कंपनी ने अपनी दिचस्पी दिखाते हुए उपभोक्ता शिकायतों (consumer complaints) को का निपटारा उपभोक्ता फोरम (Consumer Forum) में जाने से पहले ही कर दिया और उपभोक्ता भी MarkMyTrip के सेवाओं से खुश है |


जी हाँ, MakeMyTrip के खिलाफ शिकयतों का निपटारा हुआ Voxya ऑनलाइन कंस्यूमर फोरम (online consumer forum) पर |

consumer complaint resolved at voxya.com
कई उपभोक्ताओं ने अपनी शिकायते MakeMyTrip और कई अन्य ट्रेवल कंपनी (travel company) के खिलाफ की लेकिन MakeMyTrip ने अपनी रूचि को दिखाते हुए, उपभोक्ता शिकयतों (consumer complaints) दूर ही नहीं किया अपितु उनके पैसे को भी वापस किये |


आखिर कैसे हुआ ये ?

जी आपके मन में इस तरह के सवाल है, तो सही भी है |

रोजाना 100 से ज्यादा शिकयतें Voxya ऑनलाइन कंस्यूमर फोरम (online consumer forum) में दर्ज होती है, और उसी में हमे ये शिकयतें भी मिली |

जब हमरी टीम के पास ट्रेवल कंपनी (Travel company) के खिलाफ उपभोक्ता शिकयतें (consumer complaints) मिली तो हमारी टीम ने अपना काम शुरू कर दिया था |

सबसे पहले सोशल मीडिया अभियान (Social Media Campaign) शुरू किया ताकि उपभोक्ता की शिकयत ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे |

उसके बाद कंपनी को मेल के जरिये संपर्क करने की कोशिश की और टीम पूरा ध्यान था की उपभोक्ता समस्या (consumer dispute) को जल्द से जल्द दूर किया जाये |

किसी वजह से उचित जवाब की प्राप्ति न होने के कारण हमे कम्पनी को लीगल नोटिस भेजा (send legal notice) जहां कंपनी सामने आयी और उपभोक्ता की नुकसान के भरपाई करने का आश्वासन देते हुए लीगल नोटिस (legal notice) का उत्तर दिया जिसमे उन्होंने ने रिफंड (refund) करने की बात कही थी |


Legal Notice Response Case 216: (MakeMyTrip Complaint Resolved)



Legal Notice Response Case 368: (MakeMyTrip Complaint Resolved)




लीगल नोटिस का जवाब (response of legal notice) पाने के कुछ हफ्तों के बाद उपभोक्ताओं को रिफंड (refund) प्राप्त हो गया | 

अगर आपकी भी कोई ट्रेवल (Travel) से सम्बंधित उपभोक्ता शिकायते (consumer complaints) तो आप भी शिकयतों Voxya ऑनलाइन कंस्यूमर फोरम (online consumer forum) पर दर्ज करे और जल्द से जल्द अपनी समस्या का समाधान करे | 

Tuesday, 28 August 2018

Jaipur Consumer Court Ordered To Refund Full Amount For Defective Bridal Dress (जयपुर उपभोक्ता अदालत ने ख़राब दुल्हन ड्रेस के लिए पूरी राशि वापसी का आदेश दिया )

Jaipur: जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोषण जयपुर (District Consumer Dispute Redressal Forum Jaipur, Jaipur Consumer Court), ने एक दुकानदार को दुल्हन की ड्रेस की पूरी राशि उपभोक्ता (consumer) को लौटाने का निर्देश  को दिया और खराब ड्रेस बेचने के लिए दुकानदार पर 5000 रुपए का फाइन लगाया है | 

जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोषण फोरम जयपुर  III (District Consumer Dispute Redressal Forum III) ने  20 अगस्त के पाने फैसले में,  जयपुर (Jaipur) में एक प्रसिद्ध दुकानदार के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने वाले एक पिता को राहत दे दी, जिसमे दूकानदार ने उनकी बेटी को ख़राब ड्रेस बेचीं थी | 

अशोक कुमार गुप्ता, शिकयतकर्ता (Complainant) ने जयपुर (Jaipur) शहर के जोहरी बाजार में स्थित रूप लक्ष्मी दुकान (Roop Laxmi Shop) से दुल्हन की ड्रेस अपनी बेटी की शादी के लिए 12 जुलाई 2016 में खरीदी थी | ड्रेस की कीमत 43,000 रुपये थी | जब दुल्हन ने अपनी शादी में उस ड्रेस को पहनने के लिए खोला तो पाया की ड्रेस का दुप्पट्टा फटा हुआ था | उन्होंने तुरंत दुकानदार को फ़ोन किया और कहां तुरंत दुप्पट्टा को सही कर के दे या तो नया  दुप्पट्टा दे | कुछ दिनों बाद दूकानदार ने  3,500 रुपये का बिल दिया और उपभोक्ता के साथ कथित रूप से दुर्व्यवहार किया | 

दुकानदार (Shopkeeper) ने बाद में शिकायतकर्ता (Complainant) द्वारा दोहराए गए अनुरोधों के बाद भी दुप्पट्टा वापस करने से इंकार कर दिया | इसके बाद शिकायतकर्ता (Complainant) ने उपभोक्ता फोरम (Consumer Forum) की तरफ रुख किया | जब संपर्क किया तो, रूप लक्ष्मी दुकान के मालिकों ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया |  

Content Source: TOI

If you have any complaint against any company then, 

File Consumer Complaint At Voxya 

Consumer Complaints Forum Online

Thursday, 23 August 2018

What is RERA (Real Estate Regulation Act) ? (रियल एस्टेट रेगुलेशन एक्ट क्या है ?) - Real Estate Complaints

सभी लोगो का सपना होता है कि उनका घर हो लेकिन रियल एस्टेट सेक्टर इंडिया (Real Estate Sector India) में काफी बदनाम है, ठगी के लिए, धोखेधड़ी के लिए, और देर में सेवाओं को देने के लिए | तो आज के दिन में जो भी इंडिया में रियल एस्टेट (Real Estate) का खरीददार है इसलिए वो थोड़ा सा सोच में पड़ जाते है, और थोड़ा सम्भल क्र रियल एस्टेट (Real Estate) में पैसे लगाना चाहते है | इस वजह से रियल एस्टेट की बाजार में कुमी देखने को मिलती है | इस तरह के केस में सरकार चाहती है, रियल एस्टेट (Real Estate) ऊचाइयों को छुए इसलिए सरकार ने रियल एस्टेट रेगुलेशन एक्ट का परिचय दिया है, जिसका शार्ट फॉर्म में RERA कहां गया है | जिसका उद्देश्य रियल एस्टेट शिकायतों (Real Estate Complaints) को दूर करना और रियल एस्टेट में लोगो के निवेश को बढ़ाना है |

RERA क्या है ? (What is the Real Estate Regulation Act?

यह संसद का अधिनियम है जिसके दो उद्देश्य है :

1. जो घर खरीदने चाहते है उनके दिलचस्पी को बनाये रखना और ज्यादा से ज्यादा लाभ उपभोक्ताओं को पहुँचाना | 
2. उपभोक्ताओं के निवेश को बढ़ाना |

RERA 15 मार्च 2016 में पास हुआ था और 1 मई 2017 में पूरी तरह से लागू कर दिया गया था | 

RERA कैसे काम करेगा? (How RERA Will Work?) 

यह तो नियम सेंट्रल गवर्नमेंट का है पर हर राज्य इसको आपने हिसाब से थोड़ा बहुत बदल सकता है |  


RERA (Real Estate Regulation Act) कैसे लोगो के लिए लाभकारी है ? (Benefits Real Estate Regulation Act)

1. पैसा पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा | रियल एस्टेट में कभी कभी होता है कि बिल्डर्स (Builders) उपभोक्ताओं से पैसे ले लेता है और उसको किसी और बिज़नेस में लगा देता है | जिसके चलते बिल्डर्स के पास पैसे की कमी हो जाती है और प्रोजेक्ट में देरी हो जाती है | 

इसलिए अब नए नियम के अनुसार अब खरीदार को 70% पूंजी एस्क्रौ बैंक (एक ऐसा खाना जिसमे तीसरी पार्टी का नियंत्रर होता है ) खाते में रखना पड़ेगा, इसलिए उसका पैसा बिल्डर अपनी मर्जी से खर्च नहीं कर सकता |  जिसका इस्तेमाल सिर्फ निर्माण काम में खर्च होंगे अगर काम में देरी होती है तो उसके लिए बिल्डर पर दंड का केस बनेगा | 

2. दूसरा लाभ यह है कि अगर खरीददार को देरी से सेवाओं का लाभ मिलता है तो बिल्डर्स को 3 साल कि जेल हो सकती है और बिल्डर को बैंक में जमा पैसो पर 2% का ब्याज जोड़ कर ब्याज देने होंगे |  बिल्डर देरी करता है तो उसको ब्याज देना होंगे और यह ब्याज छोटा नहीं होता है यह जो आपके बैंक लोन का राशि  है उसके ऊपर 2% जोड़ करके ब्याज देना होंगे |


3. अगर 5 साल तक कोई भी घर की या माकन की क्वालिटी में फर्क आता है तो उसको पूरी तरह से बिल्डर्स के जिम्मेदारी होंगी और उसकी मरम्त भी बिल्डर्स ही करेगा | 

4. बिल्डर्स को जो भी अनुमोदन लेने होंगे वो पहले से ही लेने होंगे | अगर बिल्डर्स बिल्डिंग की किसी भी संरचना को बदलना चाहता है तो 67% खरीददारों की रजामंदी होनी जरूरी है | 

5. अब पारदर्शिता लोगो के सामने आ जाएगी, अब जो भी घर बेचे जायेंगे वो कारपेट एरिया में बेचे जायेंगे और बिल्डर्स को प्रोजेक्ट की पूरी डिटेल रेउलटोर की वेबसाइट पर अपलोड करनी होंगी |

ये सब होंगे कैसे ? (How It Will Happen)  

जब बिल्डर कोई भी नया प्रोजेक्ट लांच करता है तो उसको उस प्रोजेक्ट का रजिस्ट्रेशन RERA में करना पड़ेगा | यह तब करना पड़ेगा जब 500 स्क्वायर मीटर से ज्यादा जमीन है या फिर एक बिल्डिंग में  8 से ज्यादा अपार्टमेंट है तो उसको RERA में रजिस्टर करना पड़ेगा | अगर रजिस्ट्रेशन नहीं किया तो उसके लिए पेनलिटी है | 

ये थी जानकारी RERA (Real Estate Regulation Act) की, अगर आपको लगता है आपके पास कोई भी उपभोक्ता शिकायत है तो आप अपनी शिकायत Voxya ऑनलाइन कंस्यूमर फोरम (Online Consumer Forum) पर दर्ज कर सकते है | 

Content Source: YouTube

Tuesday, 21 August 2018

डेंगू के इलाज के दावे को खारिज करने के लिए बीमा फर्म को कंस्यूमर फोरम ने दंडित किया | (Consumer Forum Penalised Insurance Company For Rejecting Dengue Treatment Claim)

Health Insurance Complaints
उपभोक्ता फोरम (Consumer Forum) ने एक निजी बीमा कंपनी (Private Insurance Company) को 60,000 रुपये का मुआवजा 10,000 रुपये मुकदमेबाज़ी की राशि के साथ देने को कहां क्योकि बीमा कंपनी ने 2016 में एक डेंगू के मरीज के क्लेम (Claim) को यह कह कर मन कर दिया था कि वह हाइपरटेंशन (hypertension) का मरीज था और उसने इस बात को छिपाया था | 

कजहेरी, निवासी विनोद कुमार ने 29 अक्टूबर से 1 नवंबर, 2016  को एक निजी अस्पताल (Private Hospital) में इलाज के लिए गए थे | ठीक होने के बाद, उन्होंने 73,196 रुपये के व्यय के लिए अपनी हेल्थ  पॉलिसी के लिए दावा किया था, लेकिन इस को एचडीएफसी एर्गो जनरल इन्सुरेंस (HDFC ERGO General Insurance Company) कंपनी ने अस्वीकार कर दिया था | 

उपभोक्ता फोरम (Consumer Forum) ने हालांकि, पकड़ है कि "उच्च रक्तचाप (hypertension) को डेंगू रोग से कोई सरोकार नहीं है", एचडीएफसी (HDFC) फलस्वरूप सामान्य बीमा को निर्देश दिया कि अस्वीकृति की तिथि से 9 प्रतिशत ब्याज के साथ क्लेम की धनराशि का भुगतान 60,000 रुपये के अलावा देने को कहां |


कुमार ने कहा है कि उनके पास एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के साथ एक खाता है और उन्होंने 3 लाख रुपये की हेल्थ पॉलिसी (Health Policy) और 10 लाख रुपये दुर्घटना बीमा पॉलिसी (Accidental Insurance Policy) से आश्वासन लिया था | 


कुमार ने अपने पक्ष में कहां, वह मोहाली के मैक्स सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल (Max Super Specialty Hospital) में दिनांक अक्टूबर 29, 2016, में भर्ती हुए थे और डेंगू से पीड़त हुए थे | 

द एचडीएफसी  एर्गो  जनरल  इन्सुरेंस  कंपनी  लिमिटेड (The HDFC ERGO General Insurance Company Limited) ने अपने बचाव में कहां शिकायतकर्ता ने झूठ कह कर क्लेम लेने की कोशिश कर रहे थे जबकि उनको पिछले 7 सालो से उच्च रक्तचाप (hypertension) की शिकायत थी, इसलिए क्लेम को रिजेक्ट कर दिया गया था | 


मोहाली के द मैक्स सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल (The Max Super Specialty Hospital ) ने इस चीज को स्वीकार किया कि शिकयतकर्ता (complainant) उच्च रक्तचाप (hypertension) के मरीज थे, लेकिन हॉस्पिटल में डेंगू का इलाज हुआ था | दोनों पक्षों को सुनने के बाद, उपभोक्ता फोरम ने नर्णय लिया ".........................अपने आप में हाइपरटेंशन कोई बीमारी नहीं है"  उम्र बढ़ने की प्रक्रिया के साथ ब्लड प्रेशर बढ़ता या घटता है, इसका इलाज है और नियंत्रण में रखा जा सकता है  और आदमी अपना समान्य जीवन आराम से जी सकता है, यह ऐसी घातक बीमारी नहीं थी जिसे कहां जाये कि यह एक सामग्री तथ्य है जो घोषणा फार्म भरने के समय शिकायतकर्ता द्वारा दबा दिया गया था......................"

"............................................यदि एलोपैथिक प्रणाली या किसी अन्य प्रणाली के माध्यम से इलाज किया जाये तो आसानी से इसको नियत्रित किया जा सकता है और किसी भी प्रकार के अंग ख़राब होने संभावना नहीं होती है, सामान्य ज्ञान की बात है ........." यह उपभोक्ता फोरम (consumer forum) के आदेश में लिखा गया | 


उपभोक्ता फोरम (Consumer Forum) ने यह भी देखा कि शिकायतकर्ता (complainant) को डेंगू और प्लेटलेट्स में गिरावट का ही इलाज हुआ था | जिसका उच्च रक्तचाप (hypertension) से कोई भी सम्बन्ध नहीं था, डेंगू बीमारी, एक परजीवी संक्रमण डेंगू मच्छर (dengue mosquito) के काटने के साथ संचार होती है |


File Consumer Complaints at Voxya, Online Consumer Complaint Forum

Friday, 17 August 2018

Consumer Forum Asked Insurance Company To Pay 20,000 To Complainant For Deficiency In Services (उपभोक्ता फोरम ने सेवाओं में कमी के कारण बीमा कंपनी को 20,000 रुपये का मुआवजा देने को कहां |)

एर्नाकुलम उपभोक्ता शिकयत निवारण मंच (Ernakulam Consumer Disputes Redressal District Forum) ने पाया कि इंश्योरेंस क्लेम राशि (Insurance Claim Amount) की प्रोसेसिंग में देरी इंस्युरेन्स कंपनी (Insurance Company) के सेवाओं में कमी और अनुचित व्यापार व्यवहार को दर्शाता है | 

एक नाबालिग के मामले में, जो एक पार्क में खेलते समय फ्रैक्चर से पीड़ित हो गया था उसके मामले की सुनवाई करते हुए फोरम ने यह अवलोकन किया और उपभोक्ता फोरम (Consumer Forum) ने कहां कि न केवल बीमाकृत राशि ही नहीं बल्कि बीमा कंपनी की सेवाओं में कमी और देरी के कारण उपभोक्ता को मुआवजा भी देना होंगा | 

यह फैसल अप्रैल महीने उपभोक्ता फोरम (Consumer Forum) के दिए गए फैसले में कहां गया, जिसमे मुवत्तुपुज़्हा के राजेश बालाकृष्णन ने अपने नाबालिक  की ओर से उपभोक्ता फोरम (Consumer Forum) में 2016 में याचिका की थी |

उपभोक्ता फोरम ने बीमा कंपनी को 20,000 रुपये का मुआवजा सेवाओं में कमी होने के कारण शिकायतकर्ता (Complainant) को देने को कहां | 

याचिका के अनुसार, राजेश अपने परिवार के साथ 12 अप्रैल 2016  में थांनीचाल पार्क घूमने गए थे | वहां पर  स्लाइड पर खेलते समय गिर गया था और कुछ चोटें भी आयी थी | तुरंत, उसको त्रिपुनिथुरा के प्राइवेट हॉस्पिटल (Tripunithura Private Hospital) में ले जाया गया था |  

डॉक्टर (Doctor) ने जब जाँच की तो पता चला कि उसकी कोहनी में फ्रैक्चर  हो गया था | जिसकी वजह से उनके लड़के को 2 दिन तक हॉस्पिटल (Hospital) में रहना पड़ा था और जिसका खर्च 20,000 रुपये आये थे | इसके बाद, राजेश ने मुआवजे की मांग के लिए पार्क अधिकारियों से संपर्क किया | 

पार्क के अधिकारियों ने राजेश को जानकारी दी कि वे नेशनल इंश्योरेंस कंपनी (National Insurance Company) के साथ बीमित थे और उसे पहले क्लेम दर्ज करने की सलाह दी | इसके बाद, शिकायतकर्ता (Complainant) ने बीमा क्लेम (Insurance Claim) के लिए कंपनी से संपर्क किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ | 


बीमा कंपनी तर्क दिया कि उपभोक्ता फोरम  (Consumer Forum) से पहले राजेश से बीमा कंपनी (Insurance Company) को कोई भी शिकायत नहीं मिली थी | इसलिए वह बीमा कंपनी (Insurance Company) से उन्हें कोई भी लाभ नहीं मिल पाया था | 

लेकिन राजेश ने अपनी शिकयत कि रसीद और किये गए मेडिकल क्लेम को सबूत के तौर पर मंच के सामने रखे जो कि कंपनी के हस्ताक्षर किये हुए दस्तावेज थे | 

बीमा कंपनी (Insurance Company) कोई भी उचित दस्तावेज सामने नहीं रख पायी और दस्तवेजो को भी देखा जिसमे कंपनी ने उपभोक्ता को उत्तर भी दिया था | 



Content Source: TOI Indian Times

Thursday, 16 August 2018

Got Refund From Flipkart, Consumer Complaint Against Flipkart Resolved at Voxya (Flipkart ने उपभोक्ता के पैसे वापस किये और उपभोक्ता की शिकयत voxya कंस्यूमर फोरम पर दूर हुई, जानिए कैसे | )


online consumer forum
एक और उपभोक्ता शिकायत (consumer complaint) Voxya ऑनलाइन कंस्यूमर फोरम (online consumer forum) के माध्यम से दूर हुई और इस प्रकर से एक और सफलता की कहानी Voxya उपभोक्ता फोरम (consumer forum) ने अपने खाते में जोड़ ली है | इस तरह की कई और भी उपभोक्ता शिकयतें (consumer complaints) एक जिसमे उपभोक्ता को उचित समाधान Voxya ऑनलाइन कंस्यूमर फोरम (online consumer forum) के माध्यम से प्राप्त हुआ है | 

जानते है क्या थी उपभोक्ता शिकयत (consumer complaint), इस उपभोक्ता शिकयत (consumer complaint) में, उपभोक्ता ने अपनी शिकयत Flipkart के खिलाफ की थी, जो कि बहुत में फेमस ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट (online shopping website) है |

Consumer Complaint Against Flipkart

उपभोक्ता ने अपनी शिकयत Voxya पर दिनांक अगस्त 12, 2018 को दर्ज कि जिसमे उपभोक्ता कहा कि उन्होंने सैनडिस्क (Sandisk) 64 gb मेमोरी कार्ड Flipkart से आर्डर दिनांक 1st दिसंबर 2017 को किया था, दुर्भाग्यवश कार्ड सही से काम नहीं कर रहा था, और फिर उसके बदलने के लिए आग्रह किया था,  जो कि Flipkart से दिनांक 9th दिसंबर 2017 को आ गया था | पर मेमोरी कार्ड (Memory Card) ने इसबार फिर से काम करना बंद कर दिया था | उन्होंने ने फ्लिपकार्ट (Flipkart) से मदद मांगी और फ्लिपकार्ट (Flipkart) ने मदद करने को भी कहा पर, कूरियर वाले ने प्रोडक्ट को वापस लेने से मन कर दिया और कहा ये हमारे लिस्ट में नहीं था | Flipkart से फिर मदद मांगने पर कोई भी उपाय नहीं मिला |    

उपभोक्ता ने अपनी शिकयत को Voxya ऑनलाइन कंस्यूमर फोरम (consumer forum) पर दिनांक अगस्त 12, 2018 में दर्ज की | voxya टीम ने काम करना शुरू कर दिया था और 48 घंटे के (2 दिन ) के अंडर ही उपभोक्ता के शिकयत दूर हुई और उपभोक्ता निशांत कुमार को अपने पैसे वापस मिल गए थे |

जानते है क्या कहा उपभोक्ता ने अपनी समस्या का समाधान पाने के बाद |



कुछ मुख्य उपभोक्ता शिकायते (consumer complaints) जो voxya  ऑनलाइन कंस्यूमर फोरम (online consumer forum) के माध्यम से दूर हुई, वीडियो में देखे अगर voxya के विषय में और जानना चाहते है तो voxya.com पर जाना न भूले |  





File Consumer Complaints At 
Voxya, Online Consumer Complaint Forum
For Quick Solution


Monday, 13 August 2018

How To Complaints Against False Advertisement? ( जानिए झूठे विज्ञापन के खिलाफ शिकयत कैसे करे )

consumer complaints
विज्ञापनों का ग्राहकों के निर्णय लेने पर बहुत प्रभाव पड़ता है | हम अपने जीवन में प्रतिदिन हम अक्सर भ्रामक विज्ञापनों से घिरे होते है | जिसमे आपसे लुभावने वादे किये जाते है | उदाहरण के लिए "Fair & Lovely" के विज्ञापन में कहा जाता है कि “काले को गोरा बना दे” | क्या आपको लगता है कि इस क्रीम का उपयोग वास्तव में आपको गोरा बना सकती है ?

शुरू में, इन भ्रामक विज्ञापनों को निर्देशित करने के लिए कोई व्यापक कानून नहीं था, वे अदालतों, सरकार, अधिकरणों द्वारा विनियमित किए गए थे, और मामलों को मामले के आधार पर सुलझा लिया गया था | 

बाद में, विज्ञापन मानक काउंसिल ऑफ इंडिया (एएससीआई) की स्थापना कंपनी को सचेत करने और उनको सही दिशा में लेन के लिए की गयी | एएससीआई (ASCI) कर्तव्य है की 

एएससीआई (ASCI) की ड्यूटी थी उपभोक्ताओं से प्राप्त शिकायतों के लिए, उद्योगों को उसके कोड ऑफ एडवर्टाइजिंग प्रैक्टिस के आधार पर उपभोक्ता समस्या (consumer problem) का निराकरण करे | इसलिए, अब आप भारत में झूठी विज्ञापन के खिलाफ शिकायत फ़ाइल कर सकते हैं ।


  • झूठी विज्ञापन के खिलाफ एक शिकायत कैसे दर्ज करे?
  • आप एएससीआई (ASCI) में झूठे विज्ञापन के खिलाफ अपनी शिकायत कई मायनों में रजिस्टर कर सकते हैं:
  • आप अपना पत्र आप सेक्रेटरी जनरल को संबोधित कर सकते हैं, द एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड्स कौंसिल ऑफ़ इंडिया 
  •  (ASCI), 717/बी, औरउस चैम्बर्स, एस एस अमृतवार मार्ग, वाली, मुंबई 400018. 
  • आप  झूठी विज्ञापन के खिलाफ शिकायत को इस मेल पर contact@ascionline.org भेज सकते है|
  • आप अपनी शिकयत ऑनलाइन  www.ascionline.org और  www.gama.gov.इन पर दर्ज कर सकते है |
  • एएससीआई का संपर्क नंबर 1-800-22 –2724 (toll-free) है | 
  • आप WhatsApp नंबर +91 77100 12345  पर भी अपनी शिकायत लिख सकते है |   
  • आप झूठी विज्ञापन के खिलाफ शिकायत करने के लिए मोबाइल एप्लिकेशन ASConline का उपयोग कर सकते हैं ।


File Consumer Complaints At Voxya
Consumer Complaint Forum Online

Thursday, 9 August 2018

कंस्यूमर कोर्ट में शिकयत करने से सम्बंधित जाने कुछ महत्वपूर्ण चीजे (Know Important things before file case in consumer court)


consumer forum India
कुछ महत्वपूर्ण चीजे आपको उपभोक्ता शिकयत दर्ज करने से पहले जान लेनी चाहिए |
  • बसे पहले आप न्याय क्षेत्र की पहचान कर ले शिकायत (complaint) करनी है | 
  • आपको अपने केस के अनुसार, जिला फोरम (District Forum), राज्य फोरम (State Forum) और राष्ट्रीय आयोग (National Commission) के समक्ष अपनी शिकायत के साथ निर्धारित शुल्क का भुगतान करना होगा| 
  • इसके बाद आपको अपनी शिकयत  का ड्राफ्ट (draft complaint) बनाना जरूरी है जिसमे आपको ये बताना जरूरी है कि आप अपनी शिकयत (complaint) क्यों दाखिल कर रहे है | 
  • शिकयत में बताये कि यह मामला उपभोक्ता फोरम (consumer forum) या मंच के क्षेत्रअधिकार में कैसे आता है | 
  • शिकयत पत्र (complaint letter) में आपको अपने हस्ताक्षर करना जरूरी है | अगर आप  किसी अन्य व्यक्ति के माध्यम से उपभोक्ता शिकयत दर्ज (File Consumer Complaint) करना चाहते है तो शिकयत पत्र के साथ प्राधिकरण पत्र लगाना जरूरी है | 
  • शिकायतकर्ता का नाम, पता, विषय, विपक्षी और विपरीत पार्टी का नाम, उत्पाद का नाम, उत्पाद का विवरण,  क्षतिपूर्ति की राशि आदि लिखना न भूले| 
  • अपने आरोपों के समर्थन में उपयुक्त दस्तावेजों को संलग्न करना न भूले और कंपनी को भेजी गयी लीगल नोटिस (Legal Notice) की कॉपी को लगाना भी न भूले |
  • अधिनियम में शिकायत दर्ज करने की अवधि घटना घटने के बाद के दो साल तक की है | अगर उपभोक्ता शिकयत (consumer complaint) को दर्ज करने में देरी करते है तो उसका कारण भी बताना पड़ेगा आपको |
  • आपको उपभोक्ता शिकयत (consumer complaint) के साथ साथ हलकनामा भी दर्ज करने की जरूरत है कि आपके द्वारा की शिकयत और दस्तावेज सही है |

आप अपनी शिकयतों (complaints) को ऑनलाइन (online) भी दर्ज कर सकते है | Voxya ऑनलाइन कंस्यूमर फोरम (online consumer forum) पर, यह कंस्यूमर फोरम (consumer forum) आपको लीगल नोटिस (legal notice) भेजने में और कंस्यूमर कोर्ट (consumer court) में दर्ज करने में मदद करते है |


Wednesday, 8 August 2018

जमीन खरीदते समय इन दस्तावेजों को जरूर जाँच ले वरना आपको मुसीबतो का सामना करना पड़ सकता है | ( Real Estate Consumer Complaints - Check following documents before buying a property to protect yourself from Consumer Fraud)


ऐसे कई उदाहरण है जहा पर बिल्डरों (Real Estate Builders) ने बिना किसी मूल या आवश्यक दस्तावेजों के बिना संपत्ति बेच दिया है या फिर उपभोक्ताओं से किये गए वादों को पूरा करने में विफल रहे है | आप कई ऐसे लोग मिलेंगे जिन्होंने रियल एस्टेट बिल्डरों के खिलाफ या फिर जमीनों के असली मालिकों के खिलाफ शिकयतें (complaints) दर्ज की है |  इसलिए संबसे ज्यादा जरूरी यह है कि सम्पति या फिर जमीन खरीदते वक्त जमीन के उसके असली दस्तवेजो की जाँच जरूर करे | जिससे आप खुद को रियल एस्टेट धोखाधड़ी (Real Estate Fraud) से बचा सकते है | 

आपको हमेशा यही सलाह दी जाती है कि आप आप एक बार सभी चीजों को अच्छे से देख ले जब आप बहुत से राशि को उसे करके जमीन को खरीदने जा रहे हो | 

पूरी तरह से अनुसंधान के बाद, हमे ये पाया कि कौन से दस्तावेज आपको जमीन या फिर सम्पति खरीदते समय देखने चाहिए | क्योकि हम सभी लोग जानते है कामना कठिन है पर गवाना बहुत ही आसान है | इसलिए मत्वपूर्ण दस्तावेजों को जांचना बहुत ही जरूरी है | 

ये सभी चीजे आपको आगे आने वाली समस्याओ से बचाता है | 


भारत में संपत्तियों के स्थानांतरण (Transfer of Property) के भी कुछ अधिनियम और सम्पति कानून है |   
  • संपत्ति का स्थानांतरण अधिनियम 1882 
  • रियल एस्टेट विनियमन और विकास अधिनियम 2016 
  • पंजीकरण अधिनियम  1908


बिल्डर्स से फ्लैट खरीदने से पहले सत्यापित करने के लिए आवश्यक दस्तावेज़ कुछ इस प्रकार है :
1. शीर्षक विलेख
2. निर्माण निकासी
3. अनुमोदित योजना
4. संबंधित अधिकारियों से एनओसी
5. भूमि उपयोग प्रमाण पत्र
6. भार प्रमाणपत्र
7. अधिभोग प्रमाण पत्र 

भूखंड या पुनर्विक्रय फ्लैट खरीदने से पहले दस्तावेजों का सत्यापन किया जाना:
1. बिक्री विलेख
2. मां का बैनामा
3. रूपांतरण प्रमाणपत्र
4. खाता प्रमाणपत्र
5. पावर ऑफ अटार्नी
6. कर रसीद

आप मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh), उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), बिहार(Bihar), राजस्थान(Rajasthan), पंजाब(Punjab), तमिलनाडु(Tamil Nadu), कर्नाटक(Karnataka), महाराष्ट्र(Maharashtra), & गुजरात (Gujarat) के ऑनलाइन राज्य पोर्टल (online state portal) पर जाकर इन दस्तावेजों का आसानी से सत्यापन कर सकते हैं |

हमारी Voxya ऑनलाइन कंस्यूमर फोरम (online consumer forum) की टीम जब उपभोक्ताओं की शिकयतें (complaints of consumers) सुनने के लिए निकली तो कुछ इस प्रकार की शिकयतें हमे मिली | 

वीडियो जरूर देखे - 






 अगर आपकी भी उपभोक्ता शिकयतें है तो Voxya ऑनलाइन कंस्यूमर फोरम (online consumer forum) पर अपनी शिकयतें दर्ज करे और जल्द से जल्द अपनी रियल एस्टेट शिकयतों (Real Estate Complaints) का निपटारा करे | 

Monday, 6 August 2018

48% आवेदकों ने जीता कंज्यूमर कोर्ट केस: RTI(48% of applicants win Nagpur consumer court case in consumer court - Right To Information)

नागपुर (Nagpur): ग्राहकों को न्याय सुनिश्चित करने और उनकी शिकायतों के समाधान के लिए उपभोक्ता मंचों (Consumer Forums) की स्थापना की गई है| एक आरटीआई जवाब से पता चला कि पिछले दो सालो में उपभोक्ता अदालत (Consumer Court) में 48% उपभोक्ता केस (consumer case) का निर्णय उपभोक्ता के पक्ष में हुआ है | लगभग 19% मामले इसी अवधि के दौरान उनके खिलाफ गए | 

जिला उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम (District Consumer Dispute Redressal Forum) के लोक सूचना अधिकारी (पीआईओ) द्वारा एक उत्तर यहां पता चला कि इससे 4 लाख रुपए से अधिक का राजस्व एकत्र हुआ और इस वर्ष 1 जनवरी, 2016 से 28 फरवरी 2016 तक उल्लंघन करने वालों पर एक लाख रुपए का जुर्माना ठोंका | उन्होंने हालांकि, आरटीआई  (RTI) कार्यकर्ता अभय कोलारकर के समक्ष लंबित मामलों पर एक प्रश्न के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई | 

उपभोक्ता फोरम (Consumer Forum) ने इस वर्ष 1 जनवरी 2016 से 28 फरवरी 2018 तक लगभग 1,604 मामले प्राप्त किए | उनमें से, 2016 में 799 शिकायतें (complaints) प्राप्त हुईं, जिनमें से 395 उपभोक्ताओं के पक्ष में गए और 143 उपभोक्ता केस (consumer case) उनके खिलाफ गए | 2017  में 317 उपभोक्ता मामले (consumer affairs) सामने आये जिनमे से 317 उपभोक्ता के पक्ष में गए थे और 140 उनके खिलाफ गए थे | 2018  में फरवरी तक 188 उपभोक्ता शिकायते (consumer complaints) सामने आयी थी जिमे से 144 उपभोक्ता के पक्ष में और 14  उपभोक्ता के खिलाफ गयी है | 

आरटीआई (RTI) जबाब में आगे बताया गया कि इसी अवधि में, उपभोक्ता फोरम (Consumer Forum) ने बिल्डरों के खिलाफ 722 उपभोक्ता शिकायतें (consumer complaints) प्राप्त कीं है | जिसमे से 303 मामले 10 लाख से 20 लाख के मुद्रा के बीच की राशि के थे | पीआईओ ने बताया कि उपभोक्ता फोरम (Consumer Forum) में करीब 11 मंजूर पद हैं जिनमें से तीन खाली हैं |  


इन सभी मामलों के माध्यम से उपभोक्ता फोरम (Consumer Forum) ने 4.60 लाख रुपये से अधिक का कुल राजस्व कमाया | जिसमे 2.35 लाख रूपए 2016 के और 1.77 लाख रुपये 2017 के और 47,550 फरवरी 2018 तक के शामिल है |


Friday, 3 August 2018

"साबुन ने गोरा नहीं किया" केरला के आदमी को 30,000 रुपये मुआवजे के साथ कंस्यूमर कोर्ट में मिली बड़ी जीत (Kerala Man Wins Consumer Case In Consumer Court With Rs.30,000 as a compensation - Fairness soap Indulekha Consumer Affairs)


केरल (Kerala) में दूरदराज के एक गांव से एक 67 वर्षीय व्यक्ति ने अपने दावों से चिपके नहीं रहने के लिए एक कॉस्मेटिक कंपनी (cosmetics company) के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी ।इन्दुलेखा (Indulekha), सौंदर्य प्रसाधनों की अपनी सरणी के लिए दक्षिण भारत (South India) में लोकप्रिय ब्रांड है जिसमे हेयर ऑयल और फेयरनेस क्रीम 2015 में मुसीबत में थी | केरल में वायनाड जिले (Wayanad district) से चाठु (Chaathu), जिन्होने फेयरनेस सोप (Fairness Soap) का इस्तेमाल किया पर कोई भी सुंदरता नहीं मिली | हालांकि, कंपनी ने चाठु (Chaathu) की शिकाconsumer court) के बहार करने के लिए 30,000 रुपये का भुगतान किया |
यत के लिए चाठु (Chaathu) को मामला का समझौता उपभोक्ता अदालत (

उन्होंने कहा कि "Soundaryam ningale thedi varum" सुंदरता आपको  खोजते हुए आएगी" जो कि गुमराह करने वाला और लोगो कि उमीदो तक पहुंच रहा था | आदमी ने कहा कि वह पैसा मिलने के लिए उत्सुक नहीं था लेकिन वह चाहते थे कि कंपनी को एहसास हो जाये कि कंपनी ने उनका भरोसा तोड़ा है | 
देखिये क्या था विज्ञापन (View Ad Of Indulekha )




द न्यूज़ मिनट ने कहां, "कुछ बिंदु पर, लगातार इन विज्ञापनों को सुनने के बाद, मुझे विश्वास है कि यह सच हो सकता है, मैं सोचा कि साबुन मुझे गोरा कर सकता है, हम पिछले एक साल से कोशिश की लेकिन एक मामूली बदलाव भी नहीं मिल सका |

इस शख्स ने इंदुलेखा (Indulekha) के ब्रांड एंबेसडर ममूटी (Mammootty), जो की दक्षिण अभिनेता प्रसिद्ध अभिनेता है, 50,000 रुपये के मुआवजे का दावा करते हुए सितंबर में उपभोक्ता अदालत (consumer court) पहुंचे |जिसमे शिकयत करता ने कहां कि एक साल साबुन का इस्तेमाल कर रहे थे पर उनकी त्वचा पर थोड़ा भी फर्क नहीं दिखा | 

इसके बाद उन्होंने कहा था कि "मैं पिछले एक साल से साबुन का इस्तेमाल कर रहा हूं । लेकिन वादे के नतीजे अभी तक नहीं देखे गए हैं । ममूटी एक व्यक्ति प्रसिद्द और लोकप्रिय  व्यक्ति है, जिस्कने बहुत प्रभाव होता है, लोगों को धोखा नहीं देना चाहिए |" उन्होंने यह भी कहां कि इन्दुलेखा ही इस तरह के सैकड़ो ब्रांड है जो इसी तरह कि चीजे कर रहा है | लोगो को इस पर अपनी प्रतिक्रिया देनी चाहिए |


जानिए क्या थी पूरी खबर 




अगर आपके साथ भी इस तरह कि कोई घटना हुई है और आपको लगता है कि कंपनी ने आपको गुमहराह किया है तो आप भी अपनी शिकयत ऑनलाइन कंस्यूमर फोरम (complaint online consumer forum) पर भी कर सकते है और अपनी समस्या का समाधान जल्द से जल्द कर सकते है |

Content and image source: india.com


Are you a victim of online fraud or consumer fraud?
Then, 
file consumer complaint online at Voxya an online consumer complaint forum. It is a leading online consumer forum in India. 


consumer forum




Thursday, 2 August 2018

बहुत ही मजेदार उपभोक्ता शिकयत, आपको जानना चाहिए क्या खास था इस शिकयत में (Most Interesting Consumer Complaints, You Must Need To Know)

बहुत ही मजेदार उपभोक्ता शिकायत  (Consumer Complaints) जो इस कंपनी के साथ उभर के सामने आयी थी |

जी हां, यह रेड बुल (Red Bull) एक सॉफ्ट कफ्फैनटेड ड्रिंक्स कंपनी है | जिसका स्लोगन है "RED BULL GIVES YOU WINGS (रेड बुल आपको पंख देता है)" |

अगस्त 2014 में, बेंजामिन करैथेर्स, जो फ़िज़्ज़ी पीने के एक नियमित उपभोक्ता रहे है उन्होंने ये दावा किया कि वो दस वर्ष से रेड बुल (Red Bull) को पी रहे है पर उन्हें कोई भी पंख अभी तक नहीं आये है | यह अपील काफी हास्यास्पद लगता है लेकिन वह वास्तव में मतलब पीने से है यह न तो कोई शारीरिक और न ही कोई बौद्धिक विकास प्रदान करता है |

इस मुक़दमे पर याचना करते हुए कहां कि 2002 से RedBull को पीने वाले प्रत्येक उपभोक्ता को 10 डॉलर का भुगतान किया जाये |

इस मुकदमे के बाद में कुछ ऐसा हुआ जिसका किसी को भरोसा भी नहीं था, सबसे मजेदार यह था कि REDBULL कंपनी ने अपने स्लोगन को बदल दिया |



जब लोगो ने नोटिस किया तब पता चला कि RedBull ने अपने स्लोगन कि "wings" की स्पेलिंग को "Wiiings" (जिसका डिक्शनरी (शब्द्कोश) में भी मतलब नहीं है | )




मजेदार उपभोक्ता शिकयत (consumer complaint) को पढ़ने के लिए धन्यवाद.....


हम ऐसी ही मजेदार उपभोक्ता शिकयतें (consumer complaints) आपके सामने लाते रहेंगे |

अगर आपकी भी कोई उपभोक्ता शिकायत (consumer complaint) है तो आप अपनी शिकयत को Voxya ऑनलाइन कंस्यूमर कंप्लेंट फोरम (online consumer complaint forum) पर दर्ज करके अपनी समस्या का समाधान जल्द से जल्द कर सकते है |



अगर आपको मेरे द्वारा लिखे गए पोस्ट अच्छे लगे तो प्लीज कम्मेंट जरूर करे |   

Wednesday, 1 August 2018

हैदराबाद उपभोक्ता केस - चाइना आधारित कंपनी को देना पड़ा हर्जाना (Hyderabad consumer case - China Portal Told To Refund Faulty TV Set)

consumer complaint forum
हैदराबाद (Hyderabad) : चाइना आधारित कंपनी LeMall.com को आदेश देते हुए कहा कि उपभोक्ता को रुपये 59,790 की राशि वापस की जाये क्योकि कंपनी क्षतिग्रस्त टीवी की लागत का भुगतान करने में नाकाम रही | कंस्यूमर फोरम प्लेटफार्म (consumer forum platform) ने मुआवजे के रूप में 20,000 रुपये और 10,000 रुपये दंडात्मक क्षति रूप में दिया जाये | 

शिकायतकर्ता वी. राजू ने बताया कि उन्होंने 6 जनवरी, 2017 को एक एलईडी टीवी खरीदी थी, जो 10 जनवरी को उसने पास पंहुचा दी गयी थी | उन्होंने कहा कि एक दो दिन बाद ही इंस्टालेशन टीम (installation team) पहुंची और उन्हें एक यूनिट कुछ दिक्कत मिली और उनलोगो ने टीवी को बदलने के लिए अनुरोध किया |  

जब टीवी बदली नहीं गयी तब,  वी. राजू जी ने फिर से कस्टमर सर्विस (customer service) के माध्यम से निवेदन किया, उसके बाद भी उन्हें कोई भी जवाब नहीं मिला | कई सरे निवेदन करने के बाद, 22 फरवरी को टीवी उसके घर से उठा लिया गया | 

11 मार्च को, एक नयी टीवी उनके घर पर आयी | लेकिन उनके अचंभव हुआ पता चला कि उनकी दूसरी टीवी जो आयी हुई है वो क्षतिग्रस्त (damaged) है |  तभी राजू जी ने टीवी लेने से मन कर दिया और अपने पैसे को मांगने लगे | दावा करते हुए भी उन्हें पैसे वापस नहीं हुए और उन्होंने कंस्यूमर फोरम (consumer forum) में अपनी शिकायत को दर्ज (File complaint) कर दिया | 

विपरीत पार्टी ने लीगल नोटिस (legal notice) मिलने के बाद भी कोई उतर नहीं दिया और अपनी कोई भी रूचि नहीं दिखाई | फलस्वरूप, मामले का निपटारा कर दिया गया | फोरम  ने गौर किया कि वापसी को स्वीकार करने के बावजूद, विपरीत पक्ष ने वापसी के अनुरोध को ध्यान देने में विफल रहे | "शिकायतकर्ता मई 2017 तक खाली हाँथ रहे   ईमेल से पता चल रहा था कि विपरीत पार्टियों उत्तम सेवाएं प्रदान करने का आश्वासन शिकायतकर्ता को दिया था लेकिन राशि से सेवाओं  में निश्चित रूप से कमी की मात्रा के कारण वापस नहीं किया गया |" 


हैदराबाद उपभोक्ता फोरम (Hyderabad Consumer Forum) ने फर्म को निर्देशित करते हुए ने कहा कि 5 हज़ार रुपये का भुगतान शिकायत लागत के रूप में उपभोक्ता (consumer) को किया जाये |



If you have any complaint against any company then file a complaint online at 
Voxya consumer complaint forum.